- मप्र मेडिकल साईंस युनिवर्सिटी में 1 अरब 20 करोड़ की एफडी का मामला
- राहुल गांधी 30 अप्रैल को भिण्ड में आमसभा को संबोधित करेंगे, जीतू पटवारी सहित वरिष्ठ नेता रहेंगे उपस्थित
- 'आस्तीन के सांप और गद्दार', अक्षय बम के चुनावी मैदान छोड़ने पर बोले कांग्रेस नेता
- कमलनाथ बोले- हमेशा से आरक्षण विरोधी रही है भाजपा, कांग्रेस पर लगा रही झूठे आरोप
- पूर्व CM कमलनाथ ने भाजपा को गिनाए कांग्रेस द्वारा 75 साल में किए गए काम
Delhi jane ke liye ade kisan
दिल्ली जाने के लिए अड़े किसान:पंजाब-हरियाणा के शंभू बॉर्डर पर बैरिकेडिंग तोड़ने की कोशिश
पुलिस ने ड्रोन से आंसू गैस के गोले छोड़े
अंबाला – पंजाब से किसानों का दिल्ली कूच शुरू हो गया है। 12 फरवरी की रात चंडीगढ़ में साढ़े 5 घंटे चली मीटिंग में किसान नेताओं और केंद्रीय मंत्रियों के बीच न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) गारंटी कानून और कर्ज माफी पर सहमति नहीं बन पाई थी। किसान मजदूर मोर्चा के संयोजक सरवण सिंह पंधेर ने कहा- सरकार किसानों की मांगों को लेकर सीरियस नहीं है। उनके मन में खोट है। वह सिर्फ टाइम पास करना चाहती है। हम सरकार के प्रस्ताव पर विचार करेंगे, लेकिन आंदोलन पर कायम हैं।
उधर, केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा कि बातचीत के जरिए सब बातों का हल निकलना चाहिए। कुछ ऐसे मामले हैं, जिन्हें सुलझाने के लिए कमेटी बनाने की जरूरत है। आंदोलन को देखते हुए दिल्ली, पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ की बॉर्डर सील हैं। हरियाणा के 7 और राजस्थान के 3 जिलों में इंटरनेट बंद है। 15 जिलों में धारा 144 लागू है। हरियाणा और दिल्ली की सिंघु-टीकरी बॉर्डर, यूपी से जुड़ा गाजीपुर बॉर्डर सील हैं। दिल्ली में भी कड़ी बैरिकेडिंग है। यहां एक महीने के लिए धारा 144 भी लागू कर दी गई है। भीड़ जुटने और ट्रैक्टर्स की एंट्री पर रोक लगा दी गई है।